मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से दिल दहला देने वाली ख़बर सामने आई है। क्षेत्र में कई गायों के गर्दन कटे हुए शव मिलने से सनसनी मच गई है। कुल मिलाकर करीब 50 गायों की लाशें मिली हैं। मामला बुधवार का बताया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की तफ़तीश में लगी हुई है।
ये मामला सिवनी जिले के पिंडरई का बताया जा रहा है, जहां वैनगंगा नदी में गाय के 19 शव मिले। वहीं पास स्थित धूमा क्षेत्र में करीब 32 गौवंश की गर्दन कटी मिली। शवों के कुछ भाग पास मौजूद जंगल से भी बरामद किए गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचते ही शवों को बाहर निकलवाया। जानवरों के चिकित्सक को बुलवाकर शवों की जांच भी कारवाई। सभी शवों को दफनाया दिया गया है। पुलिस अब तक इस बात का पता नहीं लगा पाई है कि ये कृत्य किसने किया है। गाँववालों को भी किसी पर संदेह नहीं है।
नदी में पड़े गायों के शवों को निकालने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। पहले जेसीबी को नदी में उतारने की कोशिश की गई। लेकिन, मशीन नदी में नहीं जा सकी। फिर गाँववालों की मदद से शवों में रस्सी बांध कर उन्हें नदी से बाहर निकालने की कोशिश की गई। यह काम 19 जून बुधवार देर शाम तक चला। धीरे-धीरे गाँव के लोग घटनास्थल पर जमा होते गए। काम खत्म होने तक पुलिस के साथ गाँव के लोग मौके पर मौजूद रहे। वहीं पशु चिकित्सक नदी से बाहर निकाले गए शवों की जांच कर उनके सेंपल लेते जा रहे थे। इसके बाद शवों को दफनाया दिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना उनके क्षेत्र में पहली बार ही हुई है। उनका मानना है कि आस-पास के गाँव के मवेशियों के शव नदी के सहारे उनके गाँव में बहकर आ गए हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि पूरे सिवनी जिले में मवेशी तस्करों के साथ-साथ उन्हें गाड़ियों में भरकर दूसरे शहरों या गांवों में ले जाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने आशंका जताई है कि पकड़े जाने के डर से तस्करों ने मवेशियों की लाशों को नदी में बहा दिया होगा। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। बहरहाल, अभी तक क्षेत्र के किसी भी हिंदू संगठन की ओर से मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।