मध्य भारत की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले धर्म और संस्कृति के शहर इंदौर में एक बार फिर से बागेश्वर धाम सरकार पधार रहे हैं। अबकी बार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इंदौर में श्रीमद भागवत कथा का वाचन करेंगे। शहर के माँ कनकेश्वरी देवी ग्राउंड में आयोजित होने जा रहा यह भव्य और दिव्य महोत्सव 28 अप्रैल से शुरू हो रहा है। तैयारियों का सिलसिला जारी है। कार्यक्रम के कर्ताधर्ता इंदौर-2 से विधायक दादा दयालु रमेश मेंदोला हैं।
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काफी लंबे समय बाद इंदौर आ रहे हैं। इसके पहले वे 2022 में इंदौर आए थे। तब भी वे विधायक रमेश मेंदोला के ही बुलावे पर आए थे। राम कथा का आयोजन हुआ था, दिव्य दरबार भी सजा था। हालांकि, इस बार 28 अप्रैल से लेकर 4 मई तक चलने वाले कार्यक्रम में बागेश्वर धाम सरकार श्रीमद भागवत कथा का वाचन करेंगे। लेकिन, दिव्य दरबार तो इस बार भी सजेगा। 7 दिन के आयोजन में से एक दिन दिव्य दरबार लगने की संभावना है। कनकेश्वरी देवी ग्राउंड में दोपहर 4 बजे से प्रतिदिन कथा का आयोजन होगा। गर्मी को देखते हुए कथा को 12 या 2 बजे से आरंभ न करते हुए 4 बजे का समय रखा गया है। इसके बाद भजन संध्या व अन्य कार्यक्रम भी होंगे।
बागेश्वर धाम सरकार पिछली बार भी इसी ग्राउंड पर दिव्य दरबार और कथा के आयोजन में पधारे थे। तब लाखों की संख्या में श्रद्धालु आयोजन में शामिल हुए थे। इतने लोग थे कि शहर की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई थी। ट्राफिक संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाना पड़ा था, कई रूटों की गाड़ियों को डायवर्ट भी करना पड़ा था, परिसर में बैठने की जगह तक कम पड़ गई थी। ये कहा जा सकता है कि कथा वाले सप्ताह में इंदौर पुलिस-प्रशासन का मुख्य फोकस कनकेश्वरी देवी ग्राउंड पर ही रहा।
इस बार की कथा भी आयोजकों के लिए कई कारणों से चुनौतीपूर्ण होने वाली है। पहला ये कि इस बार माहौल चुनावी है, आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में प्रशासन को और अधिक चौकन्ना रहना होगा। इसके अलावा गर्मी अपने चरम पर है। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए टेंट, पानी और पंखे-कूलर की अच्छी व्यवस्था भी सुनिश्चित करनी होगी। इस बार कथा के सातों दिनों को मिलाकर 10 लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना है।
इस आयोजन के लिए विधायक रमेश मेंदोला लंबे समय से व्यवस्थाओं में लगे हुए हैं। पिछले दिनों वे रणजीत हनुमान मंदिर पहुंचे और उन्होंने पूजा अर्चना कर श्रीमद भागवत कथा का आमंत्रण पत्र भी भेंट किया। इतना ही नहीं विधायक मेंदोला कथा का आमंत्रण पत्र लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव और उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के पास भी पहुंचे। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि इन 7 दिनों में प्रदेश की बड़ी राजनैतिक हस्तियों की आवाजाही बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में रहने वाली है।
मेंदोला इस आयोजन की व्यवस्थाओं को महापौर पुष्यमित्र भार्गव और प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर बड़ी गहराई से मानिटर कर रहे हैं। वे पिछले एक महीने में कई बार कार्यक्रम स्थल पर पहुँच कर व्यवस्थाओं का जायज़ा ले चुके हैं। पिछले बार के आयोजन में क्या कमियाँ रह गईं थी। इसे ध्यान में रखकर एक-एक दिन की प्लानिंग की जा रही है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह लाखों श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बड़ा डोम बनाया जा रहा है। मंच पर भी विशेष साज-सज्जा का इंतजाम किया जाना है। पूरे ग्राउंड में कथा के रियल टाइम लाइव प्रसारण के लिए ढेरों बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, गर्मी के मौसम को देखते हुए जगह-जगह ठंडे पानी के केंपर भी रखे जाएंगे और सुरक्षा के लिए पुलिस भी भारी मात्रा में तैनात रहेगी।
दोपहर में श्रद्धालु कथा सुनेंगे, तो शाम को उनके लिए अन्य रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। इस बार बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में ‘जो राम को ले हैं, हम उनको लाएंगे’ गाने वाले प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल और गुजरात की सुविख्यात लोक गायिका गीता रबारी भी आ रही हैं। शहर में दोनों को सुनने वालों की कमी नहीं है।
रमेश मेंदोला मित्रमंडल के ही अक्षत चौधरी कथा के यजमान हैं। पिछले दिनों ही उन्हें पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजन की समीक्षा करते देखा गया। इसके पूर्व वे मेयर पुष्यमित्र भार्गव को लेकर भी कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार यह आयोजन अक्षत चौधरी के ही स्वर्गीय दादा-दादीजी श्री रामरतन चौधरी और श्रीमती भागवंती बाई चौधरी की स्मृति में हो रहा है।
प्रशासन द्वारा पूर्व में ही पार्किंग व्यवस्था, परिवर्तित मार्ग व प्रतिबंधित मार्गों के संबंध में जानकारी साझा कर दी गई थी। चन्द्रगुप्त मौर्य चौराहा, आम वाला चौराहा, हीरानागर थाना, अभिनंदन नगर, योगी फोटो स्टूडियो और श्याम नगर मेन रोड से कनकेश्वरी देवी ग्राउंड तक जाने वाले सभी रास्ते प्रतिबंधित रहेंगे। इसके अलावा शहर के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में पार्किंग की सुविधा भी की गई है। यह सभी व्यवस्थाएं शाम 4 बजे से लेकर रात्री 10 बजे तक की जाएंगी।
मध्यप्रदेश में बागेश्वर धाम सरकार की कथा हो और केवल उसी शहर के श्रद्धालु सम्मिलित हों, ऐसा होता नहीं है। इसलिए प्रशासन इंदौर के साथ-साथ उज्जैन, मंदसौर, देवास, रतलाम, भोपाल, ग्वालियर, धार, झाबुआ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी वाहन पार्क करने और रुकने की व्यवस्थाओं की तैयारियां कर रहा है।