सीएम डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट मे मंत्रिमंडल की नियुक्ति कुछ दिनों के लिए टल गई है। माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र की समाप्ति यानि 21 दिसंबर के तुरंत बाद ही नई कैबिनेट का ऐलान होगा। मंत्रियों के नामों को लेकर सभी संभागों की ओर से बनाई गई लिस्ट दिल्ली पहुँच गई है, जिसपर मंथन जारी है। फिलहाल, प्रह्लाद पटेल, गोपाल भार्गव, विष्णुखत्री, कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, रमेश मेंदोला आदि नाम लगभग फाइनल किए जा चुके हैं।
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान मे रखते हुए मोहन कैबिनेट का विस्तार किया जा रहा है। राष्ट्रीय नेतृत्व की कोशिश रहेगी कि ऐसी लिस्ट बनाई जाए, जिससे प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीट कवर हो जाएं। चूंकि मंत्रिमंडल छोटा है, इसलिए सभी सीटों को कवर करना मुश्किल हो रहा है। बता दें कि इस चुनाव में भाजपा ने अपने 33 में से 31 मंत्रियों को मैदान में उतारा था। जिनमें से 12 चुनाव हार गए और 19 जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
सोमवार को जेपी नड्डा के साथ भाजपा मध्यप्रदेश के संगठन मंत्रियों की बैठक होना संभावित है, जिसमें सिलेक्टेड नामों पर मुहर लगेगी। इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते और कैलाश विजयवर्गीय शामिल हो सकते हैं। रविवार रात भी नड्डा के घर देर रात बैठक चली थी, जिसमें शिवराज सिंह चौहान उपस्थित नहीं थे।
शिवराज सिंह चौहान भी आज नड्डा से मिलने दिल्ली जा रहे हैं। उन्हें लोकसभा चुनावों में टिकट मिलने को लेकर चर्चाएं हैं। इसलिए ये भी हो सकता है कि उनका नाम मंत्रिमंडल में न हो। आज दिल्ली की बैठक में भविष्य में शिवराज की भूमिका क्या होगी, इसपर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों की मानें तो राकेश सिंह, रीति पाठक, प्रह्लाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह और गोपाल भार्गव जैसे बड़े नामों को मंत्रिमंडल मे शामिल किया जा सकता है। पहले सोमवार तक मंत्रिमंडल की नियुक्ति के बाद मंगलवार को शपथग्रहण कार्यक्रम होना तय किया गया था। लेकिन, कई कारणों की वजह से इसे विधानसभा का सत्र पूर्ण होने के बाद तक टाल दिया गया है।
बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा बनाए फॉर्मूले के अनुसार लोकसभा की सभी 29 सीटों से आने वाले विधायकों को मंत्री बनाए जाने का प्रयास होगा। बड़े नामों के अलावा सिंधिया गुट से गोविंद राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर के नाम आगे हैं। वहीं कैलाश गुट से रमेश मेंदोला, इंदर परमार का नाम आगे है।
ग्वालियर-चंबल से अमरीश शर्मा और ब्रजेन्द्र यादव को भी मंत्रालय दिए जा सकते हैं। इसके अलावा कुँवर टेकराम, संपतिया उईके, रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, हरिशंकर खटीक, विश्वास सारंग, अर्चना चिटनीस के नामों को लेकर भी मंथन जारी है।