छतरपुर की बुलडोजर कार्रवाई से भड़की कांग्रेस,
अब आरोपी को बचाने सुप्रीम कोर्ट जाएगी!!
छतरपुर में बुधवार की शाम को 300-400 लोगों की भीड़ ने सिटी कोतवाली थाने पर पत्थरबाजी और पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी. इस घटना में थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए 45 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर भी लिखी थी. पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली को आरोपी बनाया और उसके घर पर बुलडोजर भी चलाया. इसे लेकर कांग्रेस की ओर से भड़कने वाली प्रतिक्रिया सामने आई है.
दरअसल इस प्रकरण में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में जो हाजी शहजाद अली आरोपी बनाया गया है, वह कांग्रेस का पदाधिकारी रह चुका है. ऐसा बताया जा रहा है कि बुधवार की घटना के बाद से वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ फरार हो गया है. प्रशासन ने गुरुवार को सुबह 11:30 बजे आरोपी की आलिशान कोठी पर बुलडोजर चलाकर उसे समतल कर दिया था. ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई में इमारत के साथ-साथ गाड़ियों को भी बुलडोजर से नेस्तनाबूद कर दिया.
इस घटना पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगड़ी ने भड़कते हुए इसे मुसलामानों पर अत्याचार बता दिया है और कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात भी कही है. उन्होंने x पर लिखा है “भाजपा सरकार की मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत का एक और उदाहरण देखिए. मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री के इशारे पर हाजी शहज़ाद के घर को ज़मींदोज़ कर दिया गया. दुनिया भर में सबका साथ – सबका विकास का नारा लगाते फिर रहे हैं, और उनकी राज्य सरकारें बहाना तलाश कर मुसलमानों का घर तोड़ रही हैं. संविधान की शपथ लेने वाली मोदी सरकार इस बुलडोज़र के नीचे हर दिन संविधान को कुचल रही है. जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊंगा.”
कांग्रेस के अन्य नेता भी इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और इसे अन्याय मान रहे हैं. लेकिन बीजेपी के नेता इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस को ही कठघरे में खड़े कर रहे हैं. बीजेपी का कहना है कि यह सिद्ध हो गया है कि इस घटना में कांग्रेस का साथ था, मध्यप्रदेश में कोई भी अपराध के लिए स्थान नहीं हैं और किसी के भी द्वारा किया गया ऐसा अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बता दें कि बुधवार को किसी व्यक्ति के आपत्तिजनक कमेन्ट की शिकायत करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग छतरपुर के कोतवाली थाने पहुंचे थे. यहाँ उन्होंने शिकायत पत्र देना था. लेकिन थाने के बाहर भीड़ बढती गई और नारेबाजी करने लगी. भीड़ को समझाने के लिए पुलिसकर्मी प्रयास भी करते रहे. जब पुलिस ने भीड़ के पास हथियार देखे तो उन्होंने थाने का दरवाजा बंद कर लिया. इसके बाद भीड़ हिंसक हो गई और पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी करने लगी. भीड़ में से किसी ने थानाप्रभारी पर चाक़ू से हमला भी किया जो उनके हाथ में जा घुसा. इसके बाद पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागकर स्थिति पर नियंत्रण पाया. बता दें कि इस घटना में शिकायत पत्र देने वाला मुख्य व्यक्ति हाजी शहजाद अली ही बताया जा रहा है. उस पर आरोप है कि उसने सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया है.