मध्यप्रदेश बीजेपी के दो नेताओं के बीच आपसी विवाद का मामला सामने आया है। इंदौर-1 से विधायक और हाल ही में प्रदेश सरकार में नगरीय विकास मंत्री बने कैलाश विजयवर्गीय ने एक सभा में कथित तौर पर देपालपुर विधायक मनोज पटेल का मज़ाक उड़ाया, जिसके बाद पटेल के समर्थकों ने आक्रोशित होकर अपनी ही पार्टी के नेता विजयवर्गीय का पुतला फूँक डाला। उनका कहना है कि विजयवर्गीय ने उनके नेता मनोज पटेल को अपमानित किया है।
इस कृत्य की वजह पुतला फूंके जाने के दिन पूर्व हुए आयोजन को बताया जा रहा है। दरअसल, इंदौर बीजेपी कार्यालय में जिले की सभी 9 सीटों के विधायकों की जीत की खुशी में एक कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया था, जिसमें सभी 9 सीटों के विधायक और कार्यकर्ता मौजूद थे। कहा जा रहा है कि सभा में देपालपुर विधायक मनोज पटेल देर से पहुंचे, जिस पर विजयवर्गीय ने उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “आइए मनोज जी. मनोज जी जैसे लोग जीत गए यह बहुत बड़ी बात है. मतलब कार्यकर्ता की ताकत कितनी है, यह गौर करने वाली बात है समझने वाली बात है.” विजयवर्गीय द्वारा दिए गए इस बयान पर पटेल समर्थक नाराज़ हो गए।
इसके बाद रविवार को पटेल समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और विजयवर्गीय का पुतला भी फूंका। कार्यकर्ताओं ने कहा कि विजयवर्गीय ने जो कहा, वो मनोज पटेल का अपमान है। इतने बड़े नेता को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए थी। इस पर विजयवर्गीय समर्थकों ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके बयान को गलत ढंग से समझा जा रहा है। उनका कहना महज़ इतना था कि कार्यकर्ता की ताकत कितनी बड़ी है, यह देखने वाली बात है कि किस तरह बीजेपी में हर कार्यकर्ता को सम्मान दिया जाता है।
हालांकि, इस पूरे मुद्दे पर दोनों नेताओं की ओर से कोई बयान नहीं आया है। बता दें कि मनोज पटेल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के समर्थक माने जाते हैं। उनके समर्थकों का ऐसा मानना है कि नई सरकार बनने से देपालपुर की राजनीति में उथल-पुथल मच सकती है।