इंदौर (Indore) में दीपावली (Deepawali) के अगले दिन यानी १ नवंबर की भारी विवाद हुआ, यह विवाद हिंसा तक पहुंच गया, इस हिंसा में भारी पथराव हुए और आगजनी भी हुई, इस आगजनी में एक ऑटो को जला दिया गया। यह पूरी हिंसा या दंगा छोटे हिंदू बच्चो के पटाखा जलाने से शुरू हुआ , जिसे मुस्लिम परिवार ने हिंसा का रूप दे दिया
क्या था पूरा विवाद ?
देश में दीपावली का उत्सव चल रहा है, कहीं दीपावली ३१ अक्टूबर को तो कहीं १ नवंबर को मनाई जा रही है, दीवाली से कुछ दिन पहले और कुछ दिन बाद तक बच्चो में पटाखों का उत्साह रहता है, इसी तरह इंदौर के छत्रीपुरा क्षेत्र में कुछ बच्चे दिन में पटाखे फोड़ रहे थे, इसी के कारण कुछ परिवार घर से बाहर आए और पटाखे फोड़ने का विरोध करने लगे, लोगो के अनुसार ये मुस्लिम परिवार थे। यह विरोध धीरे -धीरे हिंसा के रूप में बदल गया। इस दौरान भारी पथराव हुआ और एक ऑटो को आग के हवाले कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस ने तीन लोगो के घायल होने की पुष्टि भी की है।
इस मामले की जानकारी मिलने पर हिंदू जागरण मंच (Hindu Jagran Manch) और हिन्द रक्षक संगठन के कई कार्यकर्ता छत्रीपुरा थाना पहुंचे और दंगा करने वालो पर कठोर कार्यवाही की माँग की।
डीसीपी ऋषिकेश मीना ने कहा कि यह दो पक्षों में आपसी विवाद था, पुलिस ने सम्पूर्ण क्षेत्र को अपने अंतर्गत ले लिया है और सम्पूर्ण क्षेत्र में शांति है।