मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 25 जुलाई 2024 को कोयम्बटूर में “इंटरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश” का शुभारंभ किया। इस आयोजन में 700 से अधिक निवेशक और इंटरप्रेन्योर शामिल हुए।
डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को राज्य में निवेश के अवसरों के बारे में बताना और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना था।
यह कार्यक्रम फरवरी 2025 में होने वाली “इन्वेस्ट मध्य प्रदेश: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” की तैयारी का हिस्सा था। इससे पहले मुंबई में भी ऐसा ही रोड शो आयोजित किया गया था। इस दौरान रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव और अन्य रोड शो भी हुए। इन सत्रों में निवेशकों को मध्य प्रदेश की सुविधाओं, संभावनाओं, कुशल कर्मचारियों, और सरकारी योजनाओं के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर बताना और राज्य की तरक्की में उनकी मदद करना था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों से सीधे बातचीत की और “एक जिला-एक उत्पाद” योजना पर जोर दिया। कार्यक्रम कोयम्बटूर में आयोजित हुआ, जो टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, और आईटी क्षेत्रों के लिए जाना जाता है। यहाँ पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क, आईटी पार्क, और अन्य क्षेत्रों में निवेशकों को आकर्षित करने के प्रयास किए गए।
मेसर्स बेस्ट कॉर्पोरेशन और मेसर्स क्राफ्ट्समैन के प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए, जिससे निवेशकों को महत्वपूर्ण जानकारी मिली। औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के अधिकारियों ने एक प्रेजेंटेशन दी और “एडवांटेज मध्य प्रदेश” पर एक छोटी फिल्म दिखाई।
मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक नया उद्योग कार्यालय खोला जाएगा। इस दौरान तमिलनाडु की दो संस्थाओं और मध्य प्रदेश के बीच दो एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को नंबर 1 बनाने का संकल्प लिया और कोयम्बटूर और त्रिपुर की तरह मध्य प्रदेश के विकास की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत “वडक्कम कोयम्सेबटूर” से की और तमिलनाडु को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने वाले निवेशकों को बधाई दी।