मध्यप्रदेश के आगर ज़िले के नलखेड़ा शहर में लखुंदर नदी के तट पर स्थित है भव्य माँ बगलामुखी मंदिर। यह अति पवित्र तीर्थ स्थान, बुराइयों का नाश करने वाली माँ बगलामुखी की दिव्यता को समर्पित है। 5000 साल पुराना यह मंदिर महाभारतकालीन है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना पांडवों ने की थी एवं वे यहाँ साधन भी करते थे। बगलामुखी मंदिर दर्शन का नवरात्रि के दिनों में विशेष लाभ है। यहाँ सुदूर इलाकों से तंत्र साधक भी आते हैं। आपको बता दें कि आगर का माँ बगलामुखी मंदिर भारत के 3 प्रमुख माँ बगलामुखी मंदिरों में से एक है। अन्य 2 मंदिर मध्यप्रदेश के दतिया और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में स्थित है। इस खास रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं माँ बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा की पूरी कहानी…
प्राचीन ग्रंथों में दस महाविद्याओं का उल्लेख मिलता है, जिनमें माँ बगलामुखी को आठवां स्थान प्राप्त है। विश्व में माँ के केवल 3 ही महत्वपूर्ण मंदिर हैं, जिन्हें सिद्धपीठ कहा जाता है। यह मंदिर द्वापर कालीन है। मुख्य रूप से नवरात्रों में देशभर के शैव व शाक्त मार्गी साधु-संत यहाँ तांत्रिक क्रियाओं के लिए आते हैं। इस मंदिर में माँ बगलामुखी देवी की भव्य मूर्ति के अलावा हनुमान, श्रीकृष्ण, भैरव और माता लक्ष्मी व सरस्वती भी विराजमान है। इस मंदिर की स्थापना महाराज युधिष्ठिर ने श्री कृष्ण के निर्देशानुसार महाभारत में विजय पाने के लिए की थी। मान्यता है कि यहाँ की माँ बगलामुखी प्रतिमा स्वयंभू है, यानि स्वयं ही प्रकट हुई है।
इस मंदिर के पुजारी के अनुसार वर्तमान में उनकी दसवीं पीढ़ी मंदिर में अपनी सेवा दे रही है। वर्ष 1815 में इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। इस मंदिर में लोग मुख्यतः अपनी मनोकनाओं को पूरा करने व किसी क्षेत्र में विजात प्राप्त करने हेतु विशेष यज्ञ, हवन या पूजा-पाठ कराने आते हैं। यह मंदिर श्मशान क्षेत्र में स्थित है। इसलिए भी यहाँ पर तांत्रिक अनुष्ठानों का अधिक महत्व है। तरह तरह के पुष्पों व औषधीय गुणों वाले वृक्ष माँ बगलामुखी देवी मंदिर के सौंदर्य को बढ़ावा देते हैं।
यह परिसर की अलौकिक आभा का ही प्रताप है कि प्रतिवर्ष नवरात्रि के 9 दिनों में यहाँ दूर-दूर से आए भक्तों का हुजूम लगा रहता है। माँ बगलामुखी मंदिर भक्तों के लिए सुबह 6 बजे से रात 1 बजे तक खुला रहता है। नलखेड़ा से निकटतम रैलवे स्टेशन उज्जैन, झालावाड़ और देवास है। इंदौर हवाई अड्डे से माँ बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा की दूरी 156 किलोमीटर है।