CM मोहन के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह 25 दिसंबर, सोमवार को भोपाल के राजभवन में सम्पन्न हुआ। शपथ लेने वाले 28 मंत्रियों में से 10 नामों को पहली बार जगह मिली। ऐसे में 66 सीटों वाले मालवा-निमाड़ से इस बार 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया। इस बार इस अंचल से भाजपा ने 48 सीटें जीतीं थीं। यही वजह थी कि सीएम, डिप्टी सीएम सहित 7 मंत्री मालवा-निमाड़ को मिले।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से ही यह देखा जा रहा था कि जो पार्टी मालवा-निमाड़ में बढ़त हासिल करती है, वह सरकार बनाने में सफल हो जाएगी। यही हुआ, 66 में से 48 सीटें जीतने के चलते बीजेपी प्रदेश में रिकॉर्ड बहुमत से सरकार में आई। इसी के चलते इस बार इस अंचल के 8 जिलों से 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया।
मालवा-निमाड़ से मंत्री बने विधायकों की सूची में इंदर सिंह परमार, कैलाश विजयवर्गीय, तुलसिराम सिलावट, विजय शाह, निर्मल भूरिया, चैतन्य कश्यप, नागर सिंह चौहान जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव और डिप्टी सीएम देवड़ा भी इसी अंचल से आते हैं। हालांकि, ज्यादा स्थान मालवा क्षेत्र के विधायकों को मिला। निमाड़ का संभवतः एक भी मंत्री नहीं बन पाया। इसे लेकर निमाड़ के नेताओं में मायूसी और आक्रोश दोनों है।
कुछ नाम ऐसे भी थे जिन्हें मंत्रीपद मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन नहीं मिल पाया। इस सूची में मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, हरदीपसिंह दंग, ओमप्रकाश सखलेचा जैसे नाम आते हैं। वहीं खरगोन नीमच, खरगोन, बुरहानपुर, धार, आगर-मालवा, देवास, बड़वानी आदि जिलों के विधायक मंत्रिमंडल से पूरी तरह अछूते रहे। जबकि, भाजपा ने यहाँ उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया था।
मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है। अब देखना ये होगा कि मालवा-निमाड़ की सीटों से मंत्री बनाए गए विधायकों को कौन से मंत्रालय सौंपे जाते हैं। आज दोपहर सीएम मोहन यादव सभी मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें मंत्रालयों को लेकर निर्णय आने की अपेक्षा है।