मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने रिकॉर्ड बहुमत से जीतकर सरकार बनाई। बीजेपी की जीत में शिवराज सिंह चौहान की बड़ी भूमिका रही। आखिरी के 3 महीनों की रेलियाँ, लाड़ली बहना योजना का प्रचार, अनुसूचित जाति-जनजाति से समन्वय बनाकर शिवराज ने पार्टी का काम काफी हद तक आसान किया।
हालांकि, मुख्यमंत्री शिवराज को न बनाकर डॉ. मोहन यादव को बनाया गया, जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। शिवराज के सीएम न बनने की वजह को लेकर मीडिया में काफी चर्चाएं हुई। इसी बीच मोहन सरकार में मंत्री विजय शाह की ओर से एक बयान आया है, जो इन दिनों काफी चर्चाओं में है।
मोहन सरकार में जनजातीय कार्य मंत्री बने विजय शाह से जब पूछा गया कि शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया? तो इस पर उन्होंने कहा कि किसी को हटाया नहीं गया है। पार्टी द्वारा हर नेता के दायित्व तय किए जाते हैं। जिसकी जहां जरूरत होती है, पार्टी वहाँ उसका उपयोग करती है। शिवराज सिंह चौहान के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने कुछ और सोचा था, इस वजह से उन्हें सीएम नहीं बनाया गया।
शाह ने आगे कहा कि बीजेपी के लिए राजनीति कोई व्यापार नहीं है। पार्टी समाज सेवा के भाव से राजनीति करती है। शाह ने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि पीएम के दिल में बात आई कि विजय शाह 10 साल मंत्री रहे, उन्हें जनजातीय मंत्रालय सौंपा जाना चाहिए, इसलिए मुझे यह दायित्व मिला। मेरी क्षमता को देखते हुए पार्टी ने मुझे 39,000 करोड़ रुपए का बजट दिया है।