इंदौर शहर के विधानसभा क्रमांक एक से अंचल के जाने-माने नेता और वर्तमान प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं. यहाँ वे 26 करोड़ की राशि से क्रियान्वन में लाए जाने वाले विकार कार्यों का शुभारम्भ करने आए थे. जब यहाँ कि महिलाओं ने उनसे नशेबाजों की शिकायत की, तो उन्होंने पुलिस को 3 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया था. इसके बाद से मानों शहर के नशेबाजों की शामत आ गई. मंत्री के अल्टीमेटम के बाद पुलिस सिंघम की तरह एक्टिव होकर नशा बेचने वालों की धरपकड़ कर रही है.
अब यह मुहीम शहर के लगभग सभी थाना क्षेत्रों में शुरू हो चुकी है. पुलिस देर रात तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चैकिंग कर रही है. जो भी व्यक्ति नशा करते, नशा बेचते या नशे की सामग्री के साथ पाया जा रहा है, पुलिस उन पर कड़ी कार्रवाई कर रही है. सिर्फ खजराना थाना क्षेत्र में ही पुलिस 22 ड्रग पैडलरों को पकड़ा है तो वहीं 30 से ज्यादा नशेबाज वाहनचालकों को भी दबोंचा. पुलिस का अभियान आजादनगर से लेकर मूसाखेड़ी तक चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि पुलिस के अचानक एक्टिव होने से कई नशेबाज शहर छोड़ चुके हैं तो कई छुप गए हैं. स्थानीय लोग कह रहे हैं कि जो लोग पहले चौराहों पर नशा बेचने का साहस करते थे, अब वे दिखाई ही नहीं पड़ रहे हैं.
पुलिस की इस धरपकड़ में एक रोचक घटना भी हुई. बाणगंगा थाने की पुलिस भागीरथपुरा क्षेत्र में एक नशेबाज को पकड़ने पहुंची थी. लेकिन पुलिस को छकाकर यह बदमाश नाले में कूद गया और नाले के बीच में खड़े होकर हाथ जोड़कर पुलिस से गुहार लगाने लगा कि उसे ना पकड़ा जाए, वह नशा नहीं बेचता है, आदि-आदि. पुलिस ने उसे प्रेम से समझाने के भी प्रयास किए और बाहर बुलाने के लिए मदद करने की बाद भी कही, लेकिन यह बदमाश नाला पार कर के रफूचक्कर हो गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है.
बता दें कि इंदौर में नशा एक बड़ी समस्या बन चुका है. शहर में बढती नशाखोरी से बाहर से आकर पढने वाले स्टूडेंट्स पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है. वहीँ खुलेआम बिकने वाले नशे से रहवासी और विशेषकर महिलाएं बहुत परेशान हो रही हैं. उल्लेखनीय है कि कैलाश विजयवर्गीय कई बार मंचों से नशे पर कार्रवाई करने का आग्रह कर चुके थे और शहर में पुलिस की हाल ही में हो रही कार्रवाई भी उनके अल्टीमेटम के बाद ही शुरू हुई है.