मध्यप्रदेश के नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नए मंत्रिमंडल के गठन की कवायदों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज मंगलवार को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। नड्डा द्वारा उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई। शिवराज अब दक्षिण के 4 राज्यों मे जाकर विकसित भारत संकल्प यात्रा का जिम्मा संभालेंगे। शिवराज ने कहा कि मैं राज्य और केंद्र दोनों मे रहूँगा। फिलहाल पार्टी द्वारा जो नई जिम्मेदारी दी गई है, उसपर कार्य करना मेरी प्राथमिकता होगी।
यादव के मुख्यमंत्री घोषित होने के बाद से यह सवाल सभी के मन में था कि अब भांजे-भाँजियों के मामा और लाड़ली बहनों के भैया शिवराज का क्या होगा। क्या वे लोकसभा लड़कर केंद्र में जाएंगे, क्या उन्हें बड़ा मंत्रालय मिलेगा या फिर कुछ और। इसी बीच बीते मंगलवार दिल्ली मे नड्डा के साथ हुई शिवराज की बैठक ने तस्वीर साफ कर दी है। लोकसभा तक शिवराज दक्षिणी राज्यों में जाकर विकसित भारत संकल्प यात्रा द्वारा बीजेपी का माहौल बनाने का प्रयास करेंगे। दक्षिणी राज्यों में भाजपा को बहुमत पर संदेह है, इसलिए भाजपा का फोकस इन राज्यों में ज्यादा रहेगा। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को जिम्मेदारी सौंपना एक महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है।
बैठक के बाद शिवराज ने मीडिया को बताया कि मैं केंद्र और राज्य दोनों में रहकर मध्यप्रदेश के विकास मे संलग्न रहूँगा। डॉ. मोहन यादव पर उन्होंने कहा कि मोहन पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि वे नए मुख्यमंत्री के रूप में मध्यप्रदेश के विकास को नहीं ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मैं विधायक हूँ, वे मेरे भी मुख्यमंत्री हैं, इसलिए मैं उनका पूरा सहयोग करूंगा।
मंत्रिमंडल के गठन पर शिवराज ने कहा कि नड्डा जी से मंत्रियों के नामों पर चर्चा हुई है, एक दो दिन में लिस्ट जारी की जाएगी। मध्यप्रदेश के संदर्भ में मुझे लोकसभा चुनावों के लिए जो जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसका निर्वहन करूंगा।