मुख्यमंत्री पद त्यागने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता कम नहीं हुई है। लोगों से भावात्मक संवाद करते हुए उनके वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होता रहते हैं। ऐसा ही एक वीडियो सीहोर से वायरल हुआ, जिसनें कई सवाल खड़े कर दिए। इस वीडियो में शिवराज कथित तौर पर डीजे व बैंड वालों से कहते नज़र आ रहे हैं कि आप तो बजाओ, जितना बजाना हो, कोई रोकेगा तो मैं देख लूँगा। सुबह ये बयान वायरल हुआ और दोपहर बाद सीएम मोहन उनसे मिलने पहुँच गए, दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई। इस चर्चा के कई मायने निकलकर सामने आ रहे हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री बनते ही डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशभर में लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद कई डीजे संगठनों ने फैसले पर अपना विरोध भी दर्ज कराया था। सोमवार सुबह जब सीएम शिवराज सीहोर पहुंचे, तो उनकी गाड़ी को कुछ बैंड वालों ने रोक लिया। लोगों ने कहा कि हमें बैंड व डीजे बजाने से रोक जा रहा है, इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तुम तो बजाओ जितना बजाना है, कोई रोकेगा तो मैं देख लूँगा।
इस घटना के वीडियो के वायरल होने के कुछ घंटों बाद ही सीएम मोहन यादव, शिवराज सिंह चौहान के नए निवास ‘मामा का घर’ पहुँच गए। लंबी चली बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर हेंडल पर लिखा कि मुझे प्रसन्नता है कि 10 तारीख को लाड़ली बहनों के खातों में पैसे आ रहे हैं। लाड़ली बहनों को लखपति बनाने के लिए निरंतर प्रयास करता रहूँगा। मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश सरकार भी इस विषय पर काम करेगी।
शिवराज ने यह भी बताया कि वे 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे। उन्होनें कहा कि वे 22 को ओरछा में प्रभु श्री-राम की पूजा अर्चना करेंगे और वहीं से उस पल के साक्षी बनेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी से यह आग्रह किया है कि 22 को अयोध्या न आएं, जिससे भीड़ और अव्यवस्थाएं उत्पन्न न हों।
बैठक के बाद दोनों बड़े नेता सहज दिखाई दिए। हालांकि, अगले दिन सीएम मोहन ने कहा कि तेज डीजे बजाने वालों के लिए सरकार रोजगार का कोई अन्य माध्यम तलाशेगी। उन्हें विश्वकर्मा योजना के तहत रोजगार दिया जाएगा। सीएम के इस फैसले से पता चलता है कि मध्यप्रदेश की राजनीति में पूर्व सीएम शिवराज की बातों का वजन अब भी कायम है।