सागर कलेक्टर द्वारा अपात्र लाड़ली बहनों को योजना का लाभ न देने के संबंध में जारी किया गया आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है। 4 दिसंबर को जारी आदेश मे अपात्र लाड़ली बहनों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई थी।
जनसम्पर्क सागर के ट्विटर अकाउंट पर 4 दिसंबर को की गई एक पोस्ट ने प्रदेश की लाड़ली बहनों को हैरत में डाल दिया था। सागर के महिला व बाल विकास विभाग द्वारा जारी किए गए इस आदेश मे लिखा था कि अपात्र लाड़ली बहनों को 15 दिन के भीतर योजना से मिलने वाले लाभ का परित्याग करना होगा। ऐसा न करने पर उन लाड़ली बहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
इस आदेश की प्रति वायरल होने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। MP कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से कहा गया कि भाजपा चुनाव खत्म होते ही लाड़ली बहना योजना को खत्म करने की तैयारी में है।
इसके बाद 16 दिसंबर शनिवार को सागर कलेक्टर की ओर से एक आदेश निकाल गया, जिसमें उपर्युक्त आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की बात कही गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य व केंद्र की जन-कल्याणकारी योजनाओं को चलते रहने दिया जाएगा। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि लाड़ली बहना योजना किसी कीमत पर बंद नहीं होने दूंगा।