टीकमगढ़ से कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापामार कार्रवाई की है। बुधवार सुबह-सुबह अचानक ईडी की टीम विधायक के निवास पहुंची। यह कार्रवाई किस सिलिसिले में हुई इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। लेकिन, मामला बड़ा है। क्योंकि, ईडी के साथ असम पुलिस भी तहकीकात में शामिल है।
जानकारी मिली है कि विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के बेटे के खिलाफ असम में धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। इसी सिलसिले में कार्रवाई होने की आशंका जताई जा रही है। कार्रवाई के बारे में पुलिस ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। कार्रवाई पूर्ण होने के बाद ही मामले की जानकारी मीडिया को दी जाएगी।
फिलहाल, घटनास्थल पर सीआरपीएफ और मध्यप्रदेश पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। इस समय घर से किसी को भी अंदर या बाहर जाने की अनुमति नहीं है। अनुमानित है कि यह मामला विधायक के बेटे शाश्वत सिंह बुंदेला से जुड़ा है। शाश्वत के खिलाफ़ असम में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ पहले से किसी बड़े घोटाले का मामला चल रहा है।
बात यही खत्म नहीं होती। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस मामले में शाश्वत पिछले 6 महीने से फरार चल रहे हैं। अभी इस बात की पुष्टि नहीं है कि कार्रवाई किस बात को लेकर है। लेकिन, ईडी और असम पुलिस के आने से इस मामले को शाश्वत सिंह से ही जोड़कर देखा जा रहा है। इस समय स्थानीय पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी तहकीकात में जुटी हुई है। कार्रवाई का कारण पूछे जाने पर पुलिस ने भी चुप्पी साध ली है।
आपको बता दें कि यादवेंद्र सिंह बुंदेला कांग्रेस के सीनियर नेताओं में गिने जाते हैं। वे टीकमगढ़ से 5 बार के विधायक हैं। वे पूर्व में दिग्विजय सिंह की सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं। इस वजह से दिग्विजय सिंह के करीबी भी माने जाते हैं। उनका क्षेत्र में बड़ा कारोबार है। यादवेंद्र अखबारों की सुर्खियों में सबसे पहले साल 2008 में आए थे, जब उन्होंने विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को हराया था।