पिछले दिनों हुई 2 घटनाओं ने इंदौर शहर में महिलाओं की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। पहली घटना शहर के गौतमपुरा के निर्मल गाँव बछोड़ा में घटित हुई, जहां चार महिलाओं ने मामूली सी बात पर अपने ही गाँव की एक महिला को बुरी तरह पीटा और उसे निर्वस्त्र कर पूरे गाँव में घुमाया। इससे भी अधिक दिल दहला देने वाली बात ये थी कि जब महिलाएं ये कुकृत्य कर रही थीं, तब गाँव का एक भी व्यक्ति पीड़ित महिला की मदद के लिए आगे नहीं आया। उल्टा लोग अपना फोन निकालकर वीडियो बनाने लगे।
सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनसाथल पर पहुँच कर चारों महिलाओं को गिरफ़्तार कर जेल में डाल दिया। तो वहीं सोशल मीडिया से वीडियो हटाने और अपने-अपने फोन से उसे डिलीट करने को भी कहा। समूची नारी जाति की अस्मिता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना की वजह जानकर आप अपने कानों पर भरोसा नहीं कर पाएंगे।
ग्रामीण एसपी सुनील कुमार मेहता ने बताया कि सोमवार दोपहर लक्ष्मी अपनी तीन महिला साथियों को लेकर पीड़िता के घर पहुंची और कहा कि तू मेरी सास को मंदसौर क्यों लेकर गई? कहासुनी हुई और बात ने विवाद का रूप धारण कर लिया। लक्ष्मी ने महिला की घर में ही पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद उसे सीढ़ियों से घसीटकर नीचे ले आई। इस दौरान महिलाओं ने पीड़िता के कपड़े उतार दिए और पाईप व डंडों से पीटते हुए उसे आस-पास की गलियों में घुमाया। पड़ोसियों का कहना है कि लक्ष्मी ने पीड़िता से 4 साल पहले से रंजिश पाल रखी थी। लक्ष्मी की सास का पीड़िता के घर आना-जाना था, जो लक्ष्मी को कतई पसंद नहीं था।
दूसरी घटना तो और अधिक विभत्स है। मंगलवार को लसूड़िया थाना इलाके में एक एक युवक ने चरित्र शंका में अपनी पत्नी की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि युवक ने दो अनजान लोगों को घर से निकलते हुए देखने के बाद पत्नी से पूछताछ की। जब पत्नी के जवाब से युवक संतुष्ट नहीं हुआ, तो युवक ने घास काटने वाले चाकू से उसपर 12 हमले किए। पत्नी ने कुछ ही पलों में दम तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद युवक ने थाने पहुंचकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के अनुसार आरोपित शैलेंद्र वर्मा भाजपा विधायक के होटल फाल्गुन में माली का काम करता है। शैलेंद्र ने चरित्र शंका में अपनी पत्नी दीपा वर्मा का कत्ल किया। भाई धीरज के अनुसार घटना करीब रात 1 बजे की है। जब शैलेंद्र ने दीपा पर वार करना शुरू किए, तब माँ की चित्कार सुनकर बेटियाँ नींद से जाग गई। उन्होंने काफी शोर मचाया, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई। बाद में उन्होंने धीरज को फोन कर सारी घटना बताई।
धीरज तुरंत घर पहुंचकर दीपा को अस्पताल ले गया, लेकिन वह पहले ही दम तोड़ चुकी थी। महिलाओं पर होने वाले अपराध की ऐसी खबरें आना अपने आप में डरा देने वाला है। रोज़ सुबह उठते ही अखबार में ऐसी भयानक वारदातों की खबरें पढ़कर एक ही सवाल मन में आता है कि अब इंदौर में ये सब भी होने लगा है। महिलाएं महिला को पीट रही हैं, निर्वस्त्र कर गली-गली घुमा रही हैं, और लोग बीच-बचाव करने की बजाय वीडियो बना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एक महिला अपने ही पति द्वारा शक के बिनाह पर मौत के घाट उतारी जा रही है। यह सरासर शर्मनाक है। अपराधियों के खिलाफ पुलिस तो कार्रवाई करती है, लेकिन ऐसी खबरों का नियमित रूप से आना शहर वासियों को अंदर तक झकझोर कर रख देता। इस खबर पर क्या है।