चुनाव भारतीय लोकतंत्र का वो अलबेला त्यौहार है, जहाँ नए कपड़े पहनने की नहीं, बल्कि विरोधी प्रत्याशी के कपड़े फाड़ने की होड़ लगी रहती है। यहाँ जो अपने प्रतिद्वंदी को नींचा दिखा पाता है, उसे ही पट्ठे नेताजी कहकर पुकारते हैं। बीते दशकों में पार्टियों ने चुनाव प्रचार में फ़र्ज़ी पोस्टर और कट आउट से लेकर फेक वीडियोस प्रसारित करने का सफर तय किया। लेकिन, समय के साथ टेक्नोलॉजी बदली, प्रचार के लिए मीडिया कंपनी हायर की जाने लगी और अब मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में AI या Artificial Intelligence की एंट्री भी हो चुकी है।
AI की मदद से प्रत्याशियों के प्रचार, जी नहीं, विरोधी प्रत्याशी के दुष्प्रचार के लिए ऐसे वीडियो बनाए जा रहे हैं, जिसमें नेताजी स्वयं अपनी पार्टी की मट्टी पलीद करते नजर आ रहे हैं। पिछले दिनों दो ऐसे ही वीडियो ट्विटर पर ख़ूब वायरल हुए, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस से सीएम पद के उम्मीदवार कमलनाथ कुछ ऐसा कह रहे हैं, जिसे सुनकर उनके समर्थक भी सर पकड़ लेंगे।
पहला वीडियो सीएम शिवराज का है, जिसमें वे अपनी कैबिनेट के साथ बैठे हैं। वे कह रहे हैं कि मैं बार-बार कह रहा हूँ, कुछ भी करो, कमलनाथ को रोको। कांग्रेस आई तो सबको 500 रूपए में गैस सिलिंडर देगी। हम महिलाओं को 1250 दे रहे हैं, कांग्रेस 1500 देगी। इस बार छोड़ो, अगली बार भी जीतना मुश्किल हो जाएगा।
दूसरे वीडियो में कमलनाथ सभा को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार बनी तो सबसे पहले लाड़ली बहना योजना बंद करेंगे। जिनको योजना का लाभ मिल चुका है, उनके नाम काटे जाएंगे। नारी सम्मान योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जिन्होनें लाड़ली बहना योजना के लिए पंजीयन नहीं करवाया है। ये कमलनाथ का वचन है।
सुनने और देखने में ये दोनों वीडियो एकदम सही प्रतीत होते हैं। लेकिन, आपको बता दें कि इन्हें AI की मदद से बनाया गया है। आजकल ऐसे वीडियो आम हैं।
आपने प्रधानमंत्री मोदी की आवाज़ वाले AI वीडियोस इसके पहले भी देखे ही होंगे। चुनाव आयोग ने दोनों वीडियोस का संज्ञान लेकर पुलिस को जांच के निर्देश दिए हैं।
वायरल वीडियोस पर सियासत भी हुई। भाजपा प्रवक्ता मिलन भार्गव ने वीडियो को फ़र्ज़ी बताते हुए इसे कांग्रेस के डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट की करतूत बताया। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने कहा कि वीडियो बनाने वालों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
मध्यप्रदेश की नेतानगरी में AI के इस्तेमाल का ये पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कौन बनेगा करोड़पति के एक सवाल की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। वीडियो में अमिताभ बच्चन को सवाल पूछते दिखाया गया है कि किस सीएम को ‘घोषणा मशीन’ कहा जाता है। हालांकि, बाद में शो के निर्माताओं ने इसे फेक बताया।
चुनाव में कुछ दिन ही शेष हैं। ऐसे में पार्टियां जनता का मनोरंजन करने में कोई कसर छोड़ने वाली नहीं हैं। देखना होगा जनता की नजरों में गिरने की इस दौड़ में कौन सबसे ऊपर उठता है।