मध्यप्रदेश के शाजापुर में मक्सी शहर है जो यहाँ के जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन यहाँ भाजपा के सदस्य अभियान से उपजा विवाद इतना बढ़ गया कि उसके कारण शहर में फायरिंग और पत्थरबाजी तक हो गई तो वहीं शहर में तनाव का ऐसा माहौल बन गया है कि लोग डर के मारे घरों से भी नहीं निकाल रहे हैं और बाजार भी सूने पड़े हैं। बाजारों में केवल एक ही चीज चारों ओर दिख रही है, वह है चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
सोमवार को भाजपा के सदस्यता अभियान से उपजा विवाद
एबी रोड के पास मक्सी के बावड़ी मोहल्ले में भाजपा का सदस्यता अभियान चल रहा था। यहाँ एक मुस्लिम युवक समीर मेव की सदस्यता अभियान चला रहे कार्यकर्ताओं से किसी बात को लेकर बहस हो गई। यह बहस मारपीट तक पहुँच गई थी। लेकिन इस घटना की सूचना जैसे ही नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि महेंद्र सिंह पटेल को मिली तो वह अपने कार्यकर्ताओं को लेकर बावड़ी मोहल्ले पहुँच गए। जिसके बाद दोनों ओर से लोग एकत्रित होने लगे और तनाव का माहौल पैदा हो गया। इसके बाद थाने में दोनों पक्षों के लोग इकट्ठे हुए और केस दर्ज करवाया गया।
मंगलवार को भी एक पक्ष ने एसपी ऑफिस में हंगामा किया और पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप भी लगाया।
बुधवार की रात को दोनों पक्ष आ गए आमने-सामने, पत्थरबाजी से शुरू हुई लड़ाई में फायरिंग भी हो गई
बुधवार को दोनों पक्ष नगरपति हनुमान मंदिर के पास स्थित पुराने थाने के सामने टकरा गए। यहाँ दोनों के बीच गाली-गलौज होने लगी जो देखते ही देखते पथराव में बदल गई। यहाँ कुछ युवा तलवारें लेकर भी आ गए जिससे स्थिति और खराब होने लगी। इसी पत्थरबाजी के बीच फायरिंग भी हो गई जिसमें अमजद खान नाम के व्यक्ति की मौत हो गई तो वहीं जुनैद के गले में गोली लगने से उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना में 9 लोग पत्थरबाजी और फायरिंग में घायल हुए हैं। जिनकी हालत गंभीर है उन्हें इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है।
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच हो रही झड़प को जब पुलिस रोकने आई तो एक पक्ष ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी चालू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने कई राउन्ड हवाई फ़ाइरिंग करके लोगों को खदेडा।
शहर में दंगे के डर से दुकाने-स्कूल बंद, चारों ओर दिख रही पुलिस
इस घटना के बाद से मक्सी में डर का माहौल फ़ाइल गया है। लोगों ने डर के कारण दुकाने बंद कर रही है तो स्कूल भी बंद हैं। लोग दंगे के डर से घरों के बाहर भी नहीं निकल रहे हैं। बात दें कि मक्सी में 28 सितंबर तक धारा 163 लगाई जा चुकी है और चार जिलों और उज्जैन संभाग की पुलिस शहर में आ चुकी है। पुलिस निगरानी और गश्त भी कर रही है जिसके कारण हालात अभी काबू में आ चुके हैं।
इस पूरी घटना पर आईजी का कहना है कि वे cctv और वीडियो फूटेज के आधार पर असामाजिक तत्वों की मार्किंग कर रहे हैं तो शहर के एसपी ने कहा है कि प्रशासन ने प्रारम्भिक जांच कर ली है और जो भी शहर की कानून व्यवस्था खराब करने की कोशिश करेगा उसे कठोर दंड दिया जाएगा।