जबसे जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश काँग्रेस की कमान मिली है तब से उनकी मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। पार्टी उनकी अध्यक्षता में आपसीकलह और गुटबाजी से तो जूझ ही रही थी, लेकिन अब तो उनके बड़बोले अंदाज के कारण भी काँग्रेस कार्यकर्ता नाराज होने लगे हैं। ऐसा ही कुछ हाल ही में हुआ जिसके बाद कार्यकर्ता साहब ने पार्टी मीटिंग में आना ही छोड़ दिया है।
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि कुछ दिनों पहले प्रदेश काँग्रेस कमिटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह यादव, एक वरिष्ठ काँग्रेस नेता के बेटे एवं पूर्व मंत्री और जीतू पटवारी साथ में बैठे थे, इसी बीच किसी बात पर जीतू पटवारी ने अशोक सिंह को महचालू कह दिया। जिसके बाद बैठक में तो ठहाके लगे लेकिन नेताजी के मन में मानों उबाल आ गया। इसके बाद से अशोक सिंह ने बैठकों में आना ही बंद कर दिया है।
आपको बात दें कि काँग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद से ही जीतू पटवारी अपनी मनमानी चलाते दिख रहे हैं तो वहीं उनकी तुनकमिजाजी से कई कर्मठ कार्यकर्ता ही परेशान होकर पार्टी से दूरी बनाते जा रहे हैं। अशोक सिंह, जोकि वरिष्ठ काँग्रेस नेता के पुत्र भी हैं, उनके साथ ऐसे अपमान करना कई कार्यकर्ताओं को उचित नहीं लग रहा है।
आपको बात दें कि जीतू पटवारी अपनी नई टीम बनाना चाहते हैं जिसके लिए वे युवाओं की ओर ध्यान दे रहे हैं। कार्यकारिणी समिति से लेकर अन्य पदों पर वे अपने लोग बिठाना चाह रहे हैं जिसके कारण पार्टी के वरिष्ठ लोगों को अनदेखा किया जा रहा है और कोई पूजपरख भी नहीं की जा रही। उसके बाद भी “महचालू” शब्द जैसी उमपाएं देना सीधा अपमान समझा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस गलत व्यवहार के कारण दिल्ली में बैठ शीर्ष नेतृत्व भी जीतू पटवारी से खुश नजर नहीं आ रहा है।