22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसको लेकर देशभर की सियासत गरमाई हुई है। एक ओर बीजेपी आयोजन की तैयारियों में ज़ोरों-शोरों से जुटी हुई है। तो दूसरी ओर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से बयान आया है कि वे आयोजन का हिस्सा नहीं बनेंगे। इस फैसले को पूरे देश में कांग्रेस के नेताओं से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। इसी बीच नव नियुक्त कांग्रेस मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के एक बयान ने पार्टी के भीतर विवाद खड़ा कर दिया है। पटवारी ने कहा है कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद कांग्रेस 1 लाख कार्यकर्ताओं को अयोध्या दर्शन कराएगी।
इस समय जीतू पटवारी प्रदेश कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं के साथ लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसके लिए वे विभिन्न क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। पटवारी गुरुवार शाम श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। इस दौरान राम मंदिर पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भगवान राम के प्रति आस्था सभी के मन में है, वे कण-कण और क्षण-क्षण में है। जब मंदिर बन जाएगा, तब कांग्रेस के एक लाख कार्यकर्ता दर्शन के लिए जाएंगे।
ऐसे समय पर जब कांग्रेस के अन्य नेता राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विरोध करते हुए कार्यक्रम को बीजेपी, आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद का कार्यक्रम बता रहे हैं, तब पटवारी का ऐसा बयान आश्चर्य का विषय है। पिछले दिनों दिग्विजय सिंह से जब राम मंदिर पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण अभी पूर्ण नहीं हुआ है। भाजपा चुनावी फायदे के लिए अधूरे मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा करवा रही है, जिसका विरोध शंकराचार्यों की ओर से भी किया गया है।
विजयपुर कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी उपस्थित थे, जिन्होंने सीएम सरकार और पूर्व सीएम शिवराज पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार योजनाओं को लेकर भी सरकार पर तंज कसा।