जबलपुर के मढ़ई मोहल्ले में वक्फ बोर्ड से जुड़ा एक और विवाद सामने आ रहा है। यहाँ गायत्री बाल मंदिर की 3 हजार स्क्वेर फीट जमीन पर मुस्लिम पक्ष द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर के मस्जिद बनाई जा रही है। इसके विरोध में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया गया। बताया जा रहा है कि इस मामले में पहले ही हिन्दू पक्ष प्रशासन को ज्ञापन दे चुका है।
तहसीलदार द्वारा रोक लगाने के बाद भी बन रही मस्जिद
बात दें कि इस मामले में तहसीलदार ने आदेश दिया था कि जब तक मामला विचाराधीन है तब तक किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जाए। लेकिन इस आदेश के बावजूद मुस्लिम पक्ष मस्जिद बना रहा है। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। तो वहीं हिन्दू पक्ष का कहना है कि वह विचाराधीन मामला केवल 1000 स्क्वेर फीट जमीन का है जबकि मस्जिद 3000 स्क्वेर फीट पर अवैध रूप से बनाई जा रही है।
मामला हाईकोर्ट में लंबित, कई ज्ञापन के बाद भी प्रशासन नहीं रोक रहा अवैध निर्माण
बताया जा रहा है कि कोर्ट के स्टे ऑर्डर के बाद भी लगातार मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है जिसे रोकने के लिए हिन्दू पक्ष कई ज्ञापन पहले भी दे चुका है। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है। बात दें कि यह मामला हाईकोर्ट में लंबित है और कोर्ट में लंबित मामले के बाद जो भी अवैध निर्माण किया गया है, उस पर हंगामा खड़ा हुआ है।
मस्जिद के कोई वैध दस्तावेज नहीं, हिन्दू संगठनों ने दी गिराने की धमकी
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यहाँ पहले गायत्री बाल मंदिर ही था। लेकिन स्कूल की खाली जमीन पर पहले एक छोटी मस्जिद बनाई गई और अब अतिक्रमण करते हुए उसे और भी बड़ा बना दिया गया है। संगठनों का कहना है कि मस्जिद किस आधार पर बन रही है यह सोचने वाली बात है क्योंकि मस्जिद के निर्माण के कोई भी वैध दस्तावेज नहीं हैं, जबकि प्रशासन बिजली और पानी जैसी सुविधाएं भी इस अवैध निर्माण के लिए मुहैया करवा रहा है।
इस मुद्दे पर विश्व हिन्दू परिषद के विभाग संयोजक मुमीत सिंह ठाकुर का कहना है कि यदि प्रशासन इस अवैध मस्जिद को प्रशासनिक रूप से नहीं हटाता है तो वे विविध संगठनों के साथ मिल कर इस अवैध निर्माण को तोड़ देंगे। उनका कहना है कि वे पुख्ता सबूत दिखा कर घोषित कर सकते हैं कि यह मस्जिद का निर्माण अवैध ढंग से किया गया है।
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन के एसडीएम की ओर से मस्जिद को सील करने का आश्वासन दिया गया है लेकिन हिन्दू समाज के अल्टिमेटम के बाद प्रशासन गंभीरता से इस घटना की जांच करने के लिए तैयार हो गया है।