22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का भव्य प्राण-प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है। प्रधानमंत्री, संघ प्रमुख, पार्टियों के बड़े नेताओं के साथ-साथ कई सेलिब्रिटीज़ भी आयोजन का हिस्सा बनेंगे। इस वजह से अयोध्या धाम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूपी सीएम योगी सख्त हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए देश और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ लैटस्ट टेक्नॉलजी की मदद ली जा रही है। मंदिर परिसर के आस पास एआई सर्विलांस, एंटी-ड्रोन, सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं।
सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस समेत एटीएस, पीएसी, यूपीएसएसएफ व कई केंद्रीय अर्धसैनिक बल भी तैनात किए जाएंगे। धाम की सुरक्षा के लिए अयोध्या को रेड और येलो ज़ोन में बांटा गया है। सरयू नदी के पास के घाटों पर एनडीआरएफ की विशेष टुकड़ी को तैनात जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्राण-प्रतिष्ठा में आने वाले मेहमानों की सुरक्षा के लिए बार कोडिंग का इस्तेमाल किया जाएगा।
अयोध्या आईजी प्रवीण कुमार के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ का भी सहयोग लिया जा रहा है। धाम की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के 100 से ज्यादा डीएसपी, करीब साढ़े 300 इन्स्पेक्टर समेत पुलिस व अर्धसैनिक बालों के 13 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए जाएंगे। इसी के साथ 1000 से ज्यादा कांस्टेबल भी बैकअप के लिए तैयार रहेंगे। अयोध्या रेल्वे स्टेशन, बस स्टॉप व एयरपोर्ट पर भी भारी संख्या में पुलिस की तैनाती रहेगी। इसके अलावा आगंतुकों की सुविधा के लिए डिजिटल टूरिस्ट ऐप भी लॉन्च किया गया है।
राम मंदिर की सुरक्षा के लिए हजारों सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जाएगा, जिनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। इसके अलावा एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगाया जाएगा, जो रेड व येलो ज़ोन में आने वाले अनजान ड्रोन का पता लगाकर उन्हें नूट्रलाइज़ कर सके।