दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का महापर्व आ चुका है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने शनिवार दोपहर 3 बजे हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। यह चुनाव 7 चरणों में सम्पन्न होगा और 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 मई तक चलेगा। वोटों की गिनती देशभर में एक साथ 4 जून को होगी। मध्यप्रदेश की बात की जाए, तो यहाँ चुनाव 4 चरणों में सम्पन्न होगा।
मध्यप्रदेश में वोटिंग की शुरुआत पहले चरण यानि 19 अप्रैल से ही हो जाएगी। इसी के साथ निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता की भी घोषणा कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार कुल 97 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव के लिए आयोग द्वारा देशभर में चाक-चौबंद सुरक्षा के इंतज़ाम किए जाएंगे। आयोग ने सभी राजनैतिक दलों के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी है। इस बार आयोग फैक न्यूज को ट्रैक करने के लिए भी सख्त कदम उठाएगा।
बता दें कि सबसे पहले 19 अप्रैल को मध्यप्रदेश के सीधी, शहडोल, मंडला, छिंदवाड़ा, जबलपुर,बालाघाट में वोटिंग होगी। इसके बाद दूसरे चरण यानि 26 अप्रैल को एमपी की 7 सीट पर वोटिंग होगी, जिनमें टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल शामिल हैं। तीसरे चरण यानि 7 मई को प्रदेश की 8 सीटों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ पर मतदान होगा और अंत में चौथे चरण यानि 13 मई को इंदौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा में वोटिंग होगी।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस के हाथ केवल एक सीट छिंदवाड़ा ही आ पाई थी। इस बार इस लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में प्रदेश के 5 करोड़ 63 लाख से अधिक मतदाता हिस्सा लेंगे। भाजपा ने चुनाव की तारीखों के जारी होने के पूर्व ही प्रदेश की 29 सीटों पर अपने उमीदवार घोषित किए हैं, जबकि कांग्रेस अभी अपनी पहली ही लिस्ट जारी कर पाई है, जिसमें 10 सीटों के उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की माने तो बची हुई 18 सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा 18 मार्च को कर दी जाएगी। बता दें कि मध्यप्रदेश की एक सीट खजुराहो पर कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ समझौता किया है, लिहाज़ा इस सीट पर समाजवादी पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी।