रविवार को उज्जैन में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मध्यप्रदेश को देश का पहला हेल्थी व हाइजेनिक फूड स्ट्रीट ‘प्रसादम’ श्रद्धालुओं को समर्पित किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित थे। 175 लाख रुपए की लागत से तैयार हुए इस फूड स्ट्रीट में फिलहाल 17 दुकानें हैं।
देश में सर्वप्रथम इसलिए क्योंकि यहाँ की सारी दुकानों पर बनने वाला खाना आरओ वॉटर से बनाया जाएगा। सफाई और हाइजीन पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य मोटे अनाज से बने व्यंजनों को बढ़ावा देना है। पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े आयोजन किए हैं। यह फूड स्ट्रीट उन्हीं में से एक है। इसलिए यहाँ जंक फूड पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रहेगा।
महाँकाल लोक के नीलकंठ द्वार के पास बनी पार्किंग की छत पर इस फूड स्ट्रीट को खोला गया है। खबर है कि फरवरी के पहले सप्ताह से इसे पूर्ण रूप से शुरू कर दिया जाएगा। अगर यह प्रयोग सफल होता है तो देशभर के 100 शहरों में यह प्रसादम फूड स्ट्रीट खोला जाएगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि स्वास्थ मंत्री डॉ. मांडविया की के हाथों से आज उज्जैन को हेल्थी फूड स्ट्रीट प्रसादम की सौगात मिली है। स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से यह एक बेहद सकारात्मक पहल है। सीएम मोहन ने दुकानों पर जाकर व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया।