राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देशभर में भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। हाल ही में खबर आई है कि बीजेपी केंद्रीय कार्यसमिति ने लोकसभा चुनावों को लेकर गाइडलाइन बनाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया है। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों में रिकॉर्ड बहुमत से जीत हासिल करने के बाद बीजेपी का लक्ष्य 29 की 29 लोकसभा सीटों को जीतना है।
कहा जा रहा है कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनावों में उन सांसदों के टिकट काट सकती है, जिन्हें 2 से 3 बार टिकट मिल चुका है। बीजेपी इस बार नए व युवा चेहरों को मौका देना चाहती है। एक महत्वपूर्ण बात ये भी कि विधानसभा चुनावों की तरह ही बीजेपी इस बार अपनी कमजोर सीटों के उम्मीदवारों के नाम पहले जारी करेगी, जिससे उम्मीदवारों को प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल पाए।
पिछले लोकसभा चुनावों की बात की जाए तो सागर, रीवा, भोपाल, खरगोन, उज्जैन, राजगढ़, भिंड, मुरैना, मंडला, छिंदवाड़ा, ग्वालियर आदि कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां बीजेपी अपेक्षा से कमजोर प्रदर्शन कर पाई। इन सीटों पर भाजपा नए उम्मीदवारों पर दांव खेल सकती है। बीजेपी की पूरी कोशिश रहेगी कि मध्यप्रदेश में नई लीडरशिप तैयार की जाए।
शुरुआती तौर पर भाजपा 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है। इसके अलावा प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नेता, जिन्हें विधानसभा चुनावों के बाद कोई जिम्मेदारी नहीं मिली, उन्हें भी केंद्रीय नेतृत्व मौका दे सकता है। इन नेताओं में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और पूर्व मंत्री व 9 बार से विधायक गोपाल भार्गव के नाम शामिल हैं।